होली, न सिर्फ रंगों का पर्व, बल्कि अंतरमन से प्रस्फुटित उमंग व आनंद का इन्द्रधनुषी निर्झर...।
नीले,पीले, लाल, हरे...न सिर्फ रंग बल्कि स्मृति कोष में खिला यादों का रंग-बिरंगा महकता पुष्प...।
सच है जीवन में रंग न हो तो दुनिया कितनी बेरंग हो जाए।
आइये होली के इस पावन अवसर पर रंगों के इस निर्झर को अपने अंतराल में अविराम बहने दें और यादों के पुष्प को सदैव संजोए रखें...।
तभी होली की सार्थकता है.
होली की हार्दिक शुभ कामनाएं।
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